मिस्र में एक ऐतिहासिक क्रांति के बाद सत्ता में आये अब्देल फ़त्ताह अल-सीसी ने बुधवार को अपने भाषण में इस्लामिक धर्म गुरुओं से कहा कि चरमपंथी और कट्टरपन्ति विचारधारा को खत्म करने के लिए ‘धार्मिक सुधार‘ करे.
राष्ट्रपति सीसी ने कहा कि इस्लामिस्ट आतंकवादी पूरे विश्व के लिए खतरा हैं.
उन्होंने कहा कि इस कट्टरपन्ति विचारधारा को ख़त्म करने के लिए पर्याप्त कार्य नहीं किया गया. और सिनाई प्रायद्वीप में हो रहे खून खराबे को रोकने के लिए हमको सुधार की ज़रुरत हैं.
टेलेविज़न पर बोलते हुए सीसी ने कहा कि, “हम एक मिशन पर हैं, सबसे मुश्किल वक़्त में ना केवल मिस्र के लिए बल्कि अरब और सभी मुस्लिम देशो के लिए.”
सीसी ने सभी मुस्लिम राज्यों से पुछा कि, क्या हम सबसे जड़ा जानकार हैं? क्या हम सबसे ज़्यादा सहिष्णु राष्ट्र हैं? क्या हमारे राष्ट्र में महिलाओं को सबसे अधिक सम्मान दिया जाता हैं?
उन्होंने कहा कि, आपने क्या देखा कि बुराई सिर्फ मिस्र में थी ठीक मैं मानता हूँ, लेकिन मैं हैरान हूँ कि 50 मुस्लिम देश जिस स्थिति में हैं.
इससे पहले सीसी ने एक इस्लामिक धर्म गुरु से मुखातिब होते हुए कहा कि पैगम्बर मोहम्मद सलल्लाहो अलेह वसल्लम की बातो को गलत तरीके से बता कर उनको गलत ठहराया गया. इस्लामिक कानून में ज़्यादातर पैगम्बर मोहम्मद सलल्लाहो अलेह वसल्लम की कही हुई बाते है जिसको हम प्रमाणिक रूप से फॉलो करते हैं.
मुझे इस बात का डर है कि हमको अभी तक कट्टरपन्ति और उग्र्वादि विचारधारा से लड़ने का रास्ता नहीं मिला हैं, ज़रा ध्यान दिज्ये विश्व के नक़्शे में कि कट्टरपन्ति विचारधारा या आतंकवाद किस हद तक बढ़ चूका हैं.
Web-Title: Sisi spokes out against terrorism and extremist ideology
Key-Words: Sisi, Egypt, Extremist ideologue, Religious Reform