लेबनान के पूर्व राष्ट्रपति ने कहा हैं कि अमेरिकी सेना और इसके युद्धक विमान उस पर हमला करते हैं जो चरमपंथ इस्लामिक स्टेट के खिलाफ लड़ रहा होता हैं.
इसके साथ-साथ पूर्व राष्ट्रपति एमिल लहूद ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि अमेरिकी सेना ने एक सैनिक ठिकाने पर हमला तब किया जब वाशिंगटन पिछलग्गू आतंकवादी गुटों का अच्छी तरह समर्थन न कर सके और इस समय अमेरिका के हस्तक्षेप की सख्त ज़रुरत थी.
उन्होंने अमेरिका की खुले लफ़्ज़ों में निंदा कर बोला कि सीरिया पर इस्राइल का अतिक्रम के बाद अमेरिका का सीरिया पर हमला हुआ है.
एमिल लहूद ने कहा कि अमेरिका, जायोनी शासित इस्राइल और उनके जैसे देश, उन सेनाओं पर हमला करते है जो आतंकी गुट ISIS से लड़ रहे हैं.
अमेरिका के युद्ध विमानों ने शनिवार की रात में सीरियन हवाई अड्डे के आस-पास और सीरियाई सैनिक ठिकाने पर हमला किया जिसमे कम से कम 62 सैनिकों को हताहत कर दिया था जबकि सूत्रों कि माने तो इस हमले में अमेरिका ने 80 से अधिक सीरियाई सैनिको को हताहत कर दिया.
Web-Title: Lebanon’s former president remarks over american strategy
Key-Words: America, Lebanon, Former President, Army, Syrian