ढाका: जहां पूरे विश्व में भिन्न-भिन्न धर्म के लोग आपस में लड़ते हुए नज़र आ रहे हैं, जहां एक तरफ इस्लाम के मानने वालो पर देश में प्रवेश पर पाबन्दी लगायी जा रही हैं, वही दूसरी तरफ बंगलादेश की राजधानी ढाका में बुद्धिस्ट समाज के लोग इस्लाम धर्म के मानने वालो को रमज़ान के महीने प्रतिदिन इफ्तार करा रहे हैं. जोकि दुनिया के सामने एक मिसाल हैं.
राजधानी ढाका में स्थित धर्मराजिका बुद्धा आश्रम जहां रमजान के दिनों में रोज़ाना सैकड़ो मुस्लमान, महिलाएं और पुरुष इफ्तार करते हैं. इस आश्रम में गरीब मुस्लिमो को इफ्तार करना और खाना वितरण करने का काम तकरीबन पिछले छह सालो से अंजाम दिया जा रहा हैं.
बांग्लादेश एक इस्लामिक प्रबल राज्य है जहां अल्संख्यकों पर लगातार हमले होते रहते हैं लेकिन इसके बावजूद इस बुद्धिस्ट आश्रम ने मानवता की ऐसी मिसाल कायम कर दी जो वाकई क़बीले तारीफ हैं.
आश्रम में इस परियोजना की शुरुआत छह साल पहले हुई थी, जिसके बाद भिक्षुओं का कहना है रमज़ान का महीना सबसे मुस्लिम गरीबो की मदद करने का सबसे बेहतर अवसर हैं.
इस मंदिर के सबसे बड़े बौद्ध धर्मगुरु, शुद्धानन्दो महाथेरो, जिन्होंने इस नेक काम की शुरुआत की, उनका मन्ना है की “इंसानियत ही इंसान का असली मक़सद हैं, इसके साथ ही इनका कहना है कि “यहाँ तकरीबन रोज़ 300 गरीब लोग इफ्तार करते हैं.”
Web-Title: Iftar party in Dhaka organised by monks
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