मदीने पाक में रमज़ान-उल-मुबारक के आखिरी दिन में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने वाला 26 साल का नायर मुसल्लम अल-बुलवी के पिता ने इस हमले के बाद अपने बेटे को अपना बेटा मानने से इंकार कर दिया हैं.
उनके पिता का कहना है कि मुझे मदीने पाक की पाक सरज़मीं पर हुए हमले का बेहद ग़म और दुःख है और जो शख्स मदीने में ऐसे हमलों को अंजाम दे, वह मेरा बेटा नहीं हो सकता हैं.हम सब सऊदी हुकूमत के साथ हैं.
प्राप्त सूचना के मुताबिक नायर तीन साल पहले सीमा सुरक्षा बल के लिए काम करता था लेकिन उसको नौकरी से हटा दिया गया. वह तबुक शहर में रहता था लेकिन कभी-कभी परिवार से मिलने आता रहता था.
अल-बुलवी ने के पिता ने बताया कि वह शाबान और रमज़ान के महीने में परिवाल वालो के साथ रहता है लेकिन इस साल अचानक 25वें रमज़ान को अचानक से गायब हो गया लेकिन कुछ देर बाद उसका फ़ोन आया तब उसने बताया कि वह मक्का जा रहा है इससे ज़्यादा उसने मुझको कुछ नहीं बताया.
हमले के एक दिन पहले उसने अपने परिवार वालो को एक साथ बुलाया और अपनी माँ को तोहफे में एक सोने का ब्रेसलेट दिया.
Web-Title: Madina Attack, militant’s father deny to accept his son
Key-Words: Madina, Terror , Attack, Son, father