सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर आजकल एक सन्देश बहुत शेयर किया जा रहा हैं. अस्ल में जिसका कोई मतलब ही नहीं हैं. इस आदेश में यह लिखा गया है कि फेसबुक की पोस्ट कल को सर्वाजनिक हो सकती हैं लिहाज़ा इसको सुरक्षित रखने के लिए इस स्टेटमेंट को शेयर न करके कॉपी-पेस्ट कर के पोस्ट कर दीजिये.
इस सन्देश में बहुत से कानूनों का रिफरेन्स देते हुए कहा गया है कि हम अपनी कोई भी तस्वीर या कोई भी जानकारी फेसबुक को लेने का अधिकार नहीं देंगे. यदि आपने भी इसको अपनी प्रोफाइल पर पोस्ट किया है तो तुरंत इसको अपनी टाइमलाइन से डिलीट कर दीजिये, क्योकि इस पोस्ट का कोई भी मतलब नहीं बनता है.
यह पूरा सनदेश अफवाहों पर आधारित हैं इसका सच्चाई से कोई भी वास्ता नहीं हैं, फेसबुक अपने उपयोगकर्ताओं के दुवारा दी गयी सभी जानकारी को किस तरह से इस्तेमाल कर सकता हैं इन सबकी जानकारी Terms and Service में हैं.
दरअसल फेसबुक की शुरुआती प्रक्रिया में आपसे फेसबुक की सर्विसेस के बारे में पुछा जाता है जिसको अमूमन लोग पढ़े बिना ही I agree पर क्लिक कर देते हैं. I Agree पर क्लिक करते ही आप फेसबुक की सभी शर्तों पर अपनी हां कर देते हैं उसके बाद इस तरह के बकवास सन्देश को आम करना बेकार हैं.
और जिन कानूनों का इस सन्देश में ज़िक्र किया गया हैं उनका प्रिवेसी से कोई भी मतलब नहीं हैं और न ही साइबर क्राइम से कोई लिंक हैं. इसमें यूनिफार्म कमर्शियल कोड UCC 1-103 1-108 का ज़िक्र किया गया हैं जोकि अमेरिका का कमर्शल लॉ हैं, जिसका सम्बन्ध दूर-दूर तक प्रिवेसी से नहीं हैं.
साथ ही जो ‘रोम-स्टैट्यूट’ की बात कही जा रही हैं जिसे क्रिमनल कोर्ट ने स्थापित किया था जिसका कोई भी लिंक प्रिवेसी से नहीं हैं. तो इसके बाद यह साफ़ हो गया कि इस सन्देश में जो भी लिखा हैं वो बे-मतलब हैं और कुछ नहीं.
Web-Title: Facebook fake message
key-Words: Facebook, Message, Fake, Share, Social Media