रियो ओलंपिक में वॉलीबॉल मैच के दौरान मिस्र की महिला एथलीट ‘दुआ एलघोबषय’ तथा जर्मन की खिलाड़ी ‘किरा वलकेनहोर्स’ की यह तस्वीर इस वक़्त सोशल मीडिया से लेकर प्रिंट मीडिया की चर्चा में हैं. यही नहीं इस तस्वीर को कुछ अखबारों ने अपने फ्रंट पेज पर भी शामिल किया हैं.
इन तस्वीरो में मिस्र की महिला एथलीट ‘दुआ एलघोबषय जहा हिजाब पहन कर मैदान में उतरी वही जर्मन की वलकेनहोर्स बिकनी में पारंपरिक बीच वॉलीबॉल की तर्ज़ पर मैच खेलती नज़र आयी.
रियो ओलंपिक में खेले गए इस मैच के बाद विश्व की सभी मीडिया ने इन दोनों महिला खिलाड़ियों की तुलना की तो किसी ने इसकी आलोचना की तो किसी ने सराहना.
मैच के बाद मिस्र की महिला एथलीट दुआ एलघोबषय ने मीडिया से कहा कि, “मैं पिछले 10 सालो से हिजाब बांध रही हूँ, हिजाब बांधना मेरी पसंदीदा चीज़ों में से एक हैं, जैसे कि मेरे लिए बीच वॉलीबॉल हैं.”
यह सांस्कृतिक संघर्ष रविवार रात मिस्र और जर्मन के बीच खेले गए वॉलीबॉल मैच में देखने को मिला. इसकी प्रशंसा करते हुए ट्विटर के ज़रिये लोगो ने कहा कि ओलंपिक दुनिया भर के मतभेत को दरकिनार करते हुए सभी साथ संस्कृतियों को मिलता हैं.
Nada Meawad and Doaa Elghobashy making history for Egypt as the first women’s Olympic beach volleyball pair pic.twitter.com/nisxdBTTZN
— Reem Abulleil (@ReemAbulleil) 7 August 2016
I love this photo — A Lot Of People Are Talking About Egypt’s Beach Volleyball Uniforms | via @WajahatAli https://t.co/OOMg7N2ZFe
— سلطان سعود القاسمي (@SultanAlQassemi) 8 August 2016
Hey I’ve got a crazy idea: how about “athlete vs athlete”? pic.twitter.com/I9v10YOFRm
— Hend Amry (@LibyaLiberty) 8 August 2016