फ्रांस की राजधानी पैरिस में विश्व के दसियों नेताओं ने प्रथम विश्वयुद्ध की सौवीं बरसी मनाई। फ़्रांस की मेज़बानी में होने वाले इस कार्यक्रम में 72 देशों के नेताओं ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में अमरीका, रूस तुर्की, क्रोएशिया और जर्मनी सहित 72 देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने भाग लिया। 11 जूलाई को पहला विश्व युद्ध समाप्त हुआ था।
प्रथम विश्वयुद्ध जूलाई सन 1914 से आरंभ होकर नवंबर 1918 में समाप्त हुआ था। प्रथम विश्वयुद्ध को आधुनिक मानव इतिहास का सबसे बड़ा जनसंहार माना जाता है। बताया जाता है कि इसमें लगभग दो करोड़ लोग मारे गए थे। हालांकि कुछ इतिहासकारों का यह कहना है कि पहले विश्व युद्ध में मारे जाने वाले लोगों की संख्या दो करोड़ से बहुत अधिक थी।
प्रथम विश्वयुद्ध की 100वीं बरसी के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए फ़्रांस के राष्ट्रपति मैंक्रां ने उपस्थित लोगों से इतिहास में मिले पाठ से सीख लेने का आह्वान किया। उन्होंने इस अवसर पर पूरे विश्व में शांति की स्थापना की कामना की। फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने पूरे विश्व में सिर उठाते राष्ट्रवाद पर चिंता व्यक्त की।